इसकी छाल एक मूल्यवान संकोचक पदार्थ है। यह कृमि नाशक और विष नाशक होती है। खांसी, ब्रोकाईटीज, अतिसार, रक्तातिसार, पित्त विकार, शरीर की जलन, बवासीर, धवल रोग, धातु पतन, जलोदर तथा उदर शोथ में भी लाभदायक हैं। और पढ़ें: एलोवेरा के सेवन से पीलिया में लाभ अमेरिका में जातिवाद https://clayton64x6i.ampedpages.com/details-fiction-and-बब-ल-क-फ-यद-और-न-कस-न-46573500